नवयुवकों को पुकार – उठो राणा बनो, क्रांति लाओ
प्रस्तावना – भारत माता का आह्वान
हे भारत के नवयुवक शेरों!
हे भारत माता की आत्मा से जन्मे राणा प्रतापों, भगत सिंहों, स्वामी विवेकानंदों के उत्तराधिकारी!
अब समय आ गया है – सोचने का नहीं, उठने का। सहने का नहीं, बदलने का। प्रतीक्षा का नहीं, क्रांति का।
आज राम कार्य मिशन की यह हुंकार है –
“उठो नवयुवकों! राणा बनो! और सत्य, साहस, धर्म और सेवा से नई क्रांति लाओ।”
वर्तमान युग का संकट – क्यों ज़रूरी है क्रांति?
आज का युग एक विचित्र संगम है –
एक ओर विज्ञान ने चमत्कारी उन्नति की है,
दूसरी ओर भ्रष्टाचार, नशा, नैतिक पतन और विचारहीनता ने समाज को खोखला कर दिया है।
युवा वर्ग, जो भविष्य की नींव है, वह या तो व्यसनों में फंसा है या दिशाहीन बन गया है।
क्या यही होना था राणा प्रताप की भूमि पर?
क्या यही था रामराज्य का सपना?
क्या ऐसे ही भारत को विश्वगुरु बनना था?
नहीं! अब यह सहन नहीं होगा। अब हर युवा को एक राणा बनकर उठना होगा।
राणा कौन होता है? – केवल तलवार नहीं, तपस्या भी
राणा कोई केवल युद्ध करने वाला योद्धा नहीं होता,
वह धर्म की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित करने वाला तपस्वी होता है।
👉 राणा साहसी होता है – वह अन्याय के आगे सिर नहीं झुकाता।
👉 राणा नीति का पालन करता है – वह छल नहीं करता, धर्म से लड़ता है।
👉 राणा रक्षक होता है – वह महिलाओं, गरीबों और प्रकृति की रक्षा करता है।
👉 राणा निर्माता होता है – वह समाज को बनाता है, तोड़ता नहीं।
आज राणा की यह परिभाषा हर नवयुवक में उतरनी चाहिए।
नवयुवकों की नई भूमिका – क्रांति के 11 चरण
1. ज्ञान क्रांति
नवयुवक पुस्तकों, सत्य विचारों और ज्ञान स्रोतों से स्वयं को शक्तिशाली बनाएँ।
“तलवार से पहले कलम को संभालो। ज्ञान ही असली शस्त्र है।”
2. नैतिक क्रांति
अपने जीवन में चरित्र, सत्य, संयम और ईमानदारी को धारण करो।
“यदि चरित्र न हो, तो विजय व्यर्थ है।”
3. डिजिटल क्रांति
सोशल मीडिया को नशे और फूहड़ता का अड्डा नहीं, एक दिव्य परिवर्तन का यंत्र बनाओ।
“हर पोस्ट एक प्रेरणा बनो – रामायण, गीता, राणा की गाथा को फैलाओ।”
4. सेवा क्रांति
गांव, नगर, समाज में सेवा करें – वृक्ष लगाओ, गरीबों की मदद करो, नशा-मुक्त अभियान चलाओ।
“सेवा ही सच्चा धर्म है, यही राणा का व्रत है।”
5. परिवर्तन क्रांति
सिस्टम में घुसो – शिक्षक बनो, अधिकारी बनो, पत्रकार बनो, जनप्रतिनिधि बनो –
पर बदलाव लाओ!
“धर्म युद्ध अब संविधान में लड़ा जाएगा।”
6. आध्यात्मिक क्रांति
प्रभु श्रीराम, श्रीकृष्ण, शिव, महादेवी के उपासक बनो – ध्यान, तप, पूजा, संकल्प में लगो।
“आत्मा की शक्ति से बड़ा कोई अस्त्र नहीं होता।”
7. रक्षा क्रांति
स्वयं को शारीरिक, मानसिक और सामरिक रूप से सशक्त बनाओ –
योग, आयुर्वेद, सैन्य अभ्यास को जीवन में लाओ।
“कमज़ोर युवा गुलाम बनते हैं – राणा नहीं।”
8. महिला सम्मान क्रांति
हर बहन को लक्ष्मीबाई बनाओ, हर बहन की रक्षा के लिए तैयार रहो।
“जहां नारी का सम्मान नहीं, वहां क्रांति अधूरी है।”
9. प्राकृतिक क्रांति
धरती माता को स्वर्ग बनाने की जिम्मेदारी लो –
जल, वायु, वृक्ष, पशु-पक्षी – सबको बचाओ।
“राणा केवल मनुष्यों का नहीं, प्रकृति का भी रक्षक है।”
10. एकता क्रांति
जात-पात, धर्म, भाषा से ऊपर उठकर –
"मैं भारतवासी हूँ" की भावना को फैलाओ।
“राणा का धर्म राष्ट्रधर्म है।”
11. राम कार्य क्रांति
राम कार्य मिशन से जुड़कर भारत को दिव्यता की ओर ले जाओ।
“यह मात्र आंदोलन नहीं – यह युग परिवर्तन है।”
प्रेरणा के स्रोत – इतिहास से वर्तमान तक
महाराणा प्रताप – जिन्होंने अकबर जैसी महाशक्ति को घुटने टेकने पर मजबूर किया।
भगत सिंह – जो 23 वर्ष की आयु में हँसते-हँसते फाँसी चढ़ गए।
चंद्रशेखर आजाद – जिन्होंने कहा, "दुश्मन की गोली का हम सामना करेंगे, आज़ाद ही जिए हैं, आज़ाद ही मरेंगे!"
विवेकानंद – जिनकी हुंकार से भारत की आत्मा जागी –
“उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए।”
निष्कर्ष – अब तुम उठो, अब तुम ही क्रांति हो
प्रिय नवयुवक,
अब कोई राणा आएगा, यही सोचते मत रहो। अब तुम ही राणा हो।
अब कोई आंदोलन होगा, इसका इंतजार मत करो – अब तुम ही आंदोलन हो।
अब कोई राम कार्य करेगा – अब तुम ही राम कार्य हो।
✨ "तुम चलो – भारत चलेगा।
तुम जागो – युग जागेगा।
तुम लड़ो – अधर्म गिरेगा।
तुम जियो – भारत माता अमर हो जाएगी।" ✨
अंतिम वाक्य – राम कार्य मिशन की हुंकार
🙏 "हे नवयुवक, हे नवयुवती!
राम कार्य की यह हुंकार तुम्हें बुला रही है –
अब उठो, अब जागो, अब राणा बनो –
और सत्य, धर्म, न्याय, सेवा और समर्पण से इस भारतवर्ष को फिर से स्वर्ग️यदि आप चाहें, तो इस लेख का पीडीएफ व पोस्टर भी अभी बना दू
बना दो।" 🙏
🚩 जय श्री राम! जय राणा! जय भारत माता! 🚩
🛡️ राम कार्य मिशन – भारत को स्वर्ग बनाने का आंदोलन
0 टिप्पणियाँ